पहली बार दिव्यांगों-बुजुर्गों के लिए अलग लाइन, 105 कारीगर मंदिर में सजा रहे झांकियां
राजस्थान के सीकर में स्थित खाटूश्यामजी में बाबा श्याम का वार्षिक फाल्गुन मेला 11 मार्च से शुरू हो गया है। मुख्य मेला एकादशी पर 21 मार्च को भरेगा।
मंदिर कमेटी का अनुमान है कि 11 दिन चलने वाले मेले में 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शनों के लिए पहुंचेंगे। मेले में राजस्थान के अलावा हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात सहित देशभर से श्रद्धालु धोक लगाने (माथा टेकने) आते हैं।
दशमी और एकादशी के दिन सबसे ज्यादा भक्त बाबा के दरबार में पहुंचते हैं। बाबा श्याम की एक झलक पाने के लिए तेज धूप और कई बार बारिश के बावजूद 6 से 8 घंटे कतार में लगे रहते हैं।
इस बार बाबा के भक्तों को धूप और बारिश से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। लखदातार ग्राउंड में 40 करोड़ से 75 फीट का पक्का डोम बनाया है। वाटर कूलर लगाए हैं। 100 से ज्यादा टॉयलेट बनाए गए हैं।
मंदिर की सजावट के लिए 105 कारीगर
बाबा श्याम के मंदिर को फूलों से सजाया जा रहा है। दरबार और मंदिर को सजाने के लिए 105 बंगाली कारीगर जुटे हुए हैं। 14 मार्च तक सजावट पूरी कर ली जाएगी।
मेले के दौरान बाबा श्याम का श्रृंगार प्रतिदिन दिल्ली के सतरंगी फूलों से किया जाएगा। मंदिर को भी सजाने का काम चल रहा है।
मंदिर में भगवान गणेश, राधा-कृष्ण, मां सरस्वती, वैष्णो देवी के अलावा कई झांकियां बनाई जा रही हैं। चार धाम, शीश महल, फूल बंगला, मां दुर्गा, गजराज, राजमहल, तिरुपति धाम की झाकियां तैयार हो चुकी हैं।
9 ASP और 32 DSP संभाल रहे सुरक्षा की कमान
बाबा श्याम के मेले में 9 ASP के जिम्मे सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इनके अलावा 32 DSP, 84 इंस्पेक्टर, 275 SI और ASI को लगाया गया है।
पूरे मेले में 2500 पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है। 400 महिला कॉन्स्टेबलों के साथ 600 होमगाड्र्स भी रहेंगे।
मंदिर कमेटी के भी करीब 600 सुरक्षा गार्ड भक्तों को दर्शन कराने में सहयोग करेंगे।