बच्चों को पाउडर के दूध से मिलेगा छुटकारा
सरकार ने प्रदेश के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले लगभग 70 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स को नए सत्र से पाउडर के दूध की जगह अब गाय का दूध देने का फैसला किया है। शुक्रवार को माध्यमिक शिक्षा विभाग के अतिरिक्त निदेशक ने इसके आदेश जारी किए। ऐसे में जो भी विद्यार्थी स्कूल जाएगा। उसे सप्ताह में 6 दिन सोमवार से शनिवार को फ्री में गाय दूध उपलब्ध करवाया जाएगा।
कार्यालय निदेशक माध्यमिक शिक्षा विभाग अशोक कुमार आसीजा ने सभी जिला और ब्लॉक कार्यालयों को आदेशों की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों को पाउडर वाले दूध के स्थान पर गाय का दूध सप्लाई करवाया जाए। इसके साथ ही राजकीय एवं और गैर राजकीय स्कूलों में स्वच्छता अभियान और शौचालयों में नियमित साफ-सफाई रखी जाए।
राजस्थान सरकार द्वारा प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बाल गोपाल योजना के तहत कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को 150 मिली लीटर और कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को 200 मिली लीटर मिल्क पाउडर से बना दूध प्रार्थना सभा के बाद दिया जाता है। अब बीजेपी सरकार ने पाउडर की जगह गाय का दूध देने का फैसला किया है। इसके तहत स्कूलों में राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (RCDF) की मदद से दूध पहुंचाया जाएगा। इस योजना में दूध वितरण की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन समिति की रहेगी। जबकि दूध की गुणवत्ता फेडरेशन और स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (एसएमसी) द्वारा जांची जाएगी।
स्कूलों में हर दिन अलग भोजन
फिलहाल मिड डे मील योजना के तहत स्कूलों में हर दिन मेन्यू के हिसाब से भोजन मिलता है। सोमवार को सब्जी रोटी, मंगलवार को दाल-चावल, बुधवार को दाल-रोटी, नमकीन चावल और सब्जी युक्त खिचड़ी, शुक्रवार को दाल-रोटी, शनिवार को सब्जी रोटी खिलाई जाती है। इसके अलावा स्टूडेंट्स को सप्ताह में एक दिन मौसमी फल भी दिया जाता है।